Home » छत्तीसगढ़ में ‘राधे-राधे’ कहने पर मासूम की बेरहमी से पिटाई, प्रिंसिपल ने मुंह पर चिपकाया टेप – अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला?

छत्तीसगढ़ में ‘राधे-राधे’ कहने पर मासूम की बेरहमी से पिटाई, प्रिंसिपल ने मुंह पर चिपकाया टेप – अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला?

by Box24News
0 comments
छत्तीसगढ़ में ‘राधे-राधे’ कहने पर मासूम की बेरहमी से पिटाई, प्रिंसिपल ने मुंह पर चिपकाया टेप – अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला?

छत्तीसगढ़ से शर्मनाक खबर: ‘राधे-राधे’ कहने पर मासूम की पिटाई

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मदर टेरेसा इंग्लिश मीडियम स्कूल से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक नर्सरी की 3.5 वर्षीय बच्ची को केवल “राधे-राधे” कहने पर प्रताड़ित किया गया। बच्ची के पिता द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद स्कूल प्रिंसिपल ईला ईवन कौलविन को गिरफ्तार कर लिया गया है।


📍 क्या है पूरा मामला?

बच्ची के पिता प्रवीण यादव ने बताया कि बुधवार को जब उनकी बेटी स्कूल से घर लौटी, तो वह डरी-सहमी और घबराई हुई थी। पूछने पर उसने बताया कि उसने “राधे-राधे” कहा था, जिस पर प्रिंसिपल को आपत्ति हुई। पहले डांटा, फिर मारा और अंत में बच्ची के मुंह पर टेप चिपका दिया गया।


🚨 आरोपी प्रिंसिपल गिरफ्तार, जांच जारी

नंदिनी थाना प्रभारी पारस सिंह ठाकुर के अनुसार, बच्ची के पिता की शिकायत पर IPC की धाराओं और जेजे एक्ट 2015 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी प्राचार्य को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है।


😡 समाज में आक्रोश, स्कूल प्रशासन पर सवाल

घटना के बाद से स्थानीय लोगों में गुस्सा है। परिजनों और सामाजिक संगठनों ने इसे मानसिक उत्पीड़न करार दिया है। सवाल यह उठता है कि क्या धार्मिक अभिव्यक्ति पर इस तरह की सख्ती जायज़ है? स्कूल प्रशासन ने अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।


🙏 मासूमों की भावनाओं का सम्मान जरूरी

यह घटना सिर्फ एक बच्ची तक सीमित नहीं है। यह बच्चों के भावनात्मक विकास और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। ‘राधे-राधे’ एक धार्मिक अभिवादन है, जिसे कोई भी बच्चा सहज रूप से बोल सकता है। क्या ऐसा व्यवहार हमारे बच्चों की सुरक्षा और मानसिक विकास के अनुकूल है?


📊 शिक्षा के नाम पर अनुशासन या क्रूरता?

शिक्षा का उद्देश्य बच्चों को डराना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास देना होना चाहिए। जब स्कूल जैसी जगहें ही भय का पर्याय बन जाएं, तब समाज को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।


🧾 Summary (संक्षेप में):

छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक मासूम बच्ची के साथ स्कूल में हुई बर्बरता ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। बच्ची ने सिर्फ “राधे-राधे” कहा, और बदले में पिटाई और टेप जैसी अमानवीय सजा मिली। अब आरोपी प्राचार्य गिरफ्तार है, लेकिन सवाल यह है कि ऐसे लोगों को शिक्षा से जोड़ा ही क्यों जाता है?


क्या आपके बच्चे भी स्कूल में सुरक्षित हैं? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचला जा रहा है, ज़रूरत है सजग रहने की। इस मुद्दे पर अपनी आवाज़ बुलंद करें, Box24News के साथ।

📌 रिपोर्ट पढ़ें 👉 www.box24news.com
📲 फॉलो करें @box24newsupdate — ग्लोबल व्यापार और राजनीति की हर हलचल के लिए

You may also like

Leave a Comment

About Us

Box24News is your go-to destination for breaking news, trending stories, and in-depth analysis from around the globe.

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!