Bihar SIR Update के तहत चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी करते हुए आयोग ने 3 लाख लोगों को नोटिस भेजे हैं। इन लोगों के दस्तावेजों में खामियां पाई गई हैं, जिसके कारण उनकी भारतीय नागरिकता संदिग्ध हो गई है। यह कार्रवाई बिहार के कई जिलों में SDM की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
3 लाख लोगों को नोटिस: बड़ी कार्रवाई
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने Bihar SIR Update के दौरान 3 लाख मतदाताओं को नोटिस भेजा है। इन सभी के दस्तावेजों में गंभीर गड़बड़ियां मिली हैं। जांच रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इनमें से कई लोग पड़ोसी देशों — बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और अफगानिस्तान — से आए हो सकते हैं।
किन जिलों में जारी हुए नोटिस
चुनाव आयोग ने जिन जिलों में नोटिस भेजे हैं, उनमें किशनगंज, पूर्णिया, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, अररिया, सहरसा, मधुबनी और सुपौल शामिल हैं। ये इलाके संवेदनशील माने जाते हैं और यहां पर बड़ी संख्या में मतदाता सूची की जांच चल रही है।
वोटर लिस्ट अपडेशन की प्रक्रिया
- चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया 24 जून 2025 से शुरू की थी।
- इसका पहला चरण पूरा कर 1 अगस्त 2025 को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की गई।
- इस लिस्ट में 7.24 करोड़ में से लगभग 65 लाख नाम हटाए गए।
- आपत्तियां और दावे दाखिल करने की अंतिम तारीख 1 सितंबर है।
- 30 सितंबर तक अंतिम वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।
- इसके बाद अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।
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विपक्ष की नाराजगी
बिहार SIR को लेकर विपक्ष ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं।
- तेजस्वी यादव (RJD) ने इसे “साजिश” करार दिया।
- विपक्षी दलों का आरोप है कि अल्पसंख्यक और दलित समुदाय को मताधिकार से वंचित किया जा रहा है।
- कांग्रेस और INDIA ब्लॉक ने संसद में भी इस मुद्दे को उठाया।
- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दिल्ली में मार्च निकाला और विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान दिल्ली पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव भी हुआ और कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
राजनीतिक सरगर्मी तेज
बिहार SIR को लेकर खींचतान अब सिर्फ राज्य तक सीमित नहीं रही। यह मुद्दा केंद्र तक पहुंच चुका है। राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और यह विवाद आगामी विधानसभा चुनाव को और अधिक संवेदनशील बना रहा है।
Image Suggestions
- चुनाव आयोग की बैठक की तस्वीर – alt text: Bihar SIR Update Election Commission
- वोटर लिस्ट जांच का दृश्य – alt text: Bihar SIR voter list update
- विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन की तस्वीर – alt text: Bihar SIR opposition protest
FAQs
Q1. Bihar SIR Update क्या है?
यह चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया है, जिसमें वोटर लिस्ट की जांच और संशोधन किया जाता है।
Q2. 3 लाख लोगों को नोटिस क्यों मिला?
क्योंकि उनके दस्तावेजों में खामियां मिली हैं और उनकी नागरिकता संदिग्ध बताई जा रही है।
Q3. किन जिलों में सबसे ज्यादा असर पड़ा है?
किशनगंज, पूर्णिया, चंपारण, अररिया, सहरसा, मधुबनी और सुपौल में नोटिस जारी हुए हैं।
Q4. अंतिम वोटर लिस्ट कब आएगी?
30 सितंबर 2025 तक अंतिम वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।
Q5. विपक्ष क्यों विरोध कर रहा है?
विपक्ष का कहना है कि यह प्रक्रिया अल्पसंख्यक और दलित समुदाय को मताधिकार से वंचित करने की कोशिश है।
मुख्य बिंदु (Summary Points)
- Bihar SIR Update में चुनाव आयोग ने 3 लाख लोगों को नोटिस भेजे।
- दस्तावेज़ों में खामियां मिलने पर SDM रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हुई।
- कई नाम बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और अफगानिस्तान से जुड़े बताए जा रहे हैं।
- वोटर लिस्ट का फाइनल वर्ज़न 30 सितंबर तक जारी होगा।
- विपक्ष ने चुनाव आयोग पर साजिश का आरोप लगाया है।
सारांश
Bihar SIR Update ने बिहार की राजनीति को गर्मा दिया है। चुनाव आयोग की इस कार्रवाई ने मतदाता सूची की पारदर्शिता को लेकर नई बहस छेड़ दी है। विपक्ष जहां इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ साजिश बता रहा है, वहीं आयोग का कहना है कि यह लोकतंत्र को मज़बूत करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
यह खबर केवल शैक्षणिक और सूचनात्मक उद्देश्य के लिए प्रकाशित की गई है। सभी स्रोत, मीडिया और अधिकार फेयर यूज़ पॉलिसी के तहत उपयोग किए गए हैं।
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