GST काउंसिल कॉम्पेनसेशन सेस को हटाने पर 3-4 सितंबर 2025 को होने वाली बैठक में बड़ा फैसला ले सकती है। बैठक में यह भी तय होगा कि जीएसटी के 12% और 28% टैक्स स्लैब को खत्म कर सिर्फ 5% और 18% स्लैब रखे जाएं। इससे रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती होंगी।
⚖️ क्या है कॉम्पेनसेशन सेस?
- 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों को राजस्व घाटे की भरपाई के लिए यह सेस लगाया गया था।
- यह तंबाकू, कोल्ड ड्रिंक्स और लग्ज़री कारों जैसी वस्तुओं पर वसूला जाता है।
- कोविड-19 के दौरान केंद्र ने ₹2.69 लाख करोड़ का कर्ज राज्यों को मदद के लिए लिया था।
- इस कर्ज को चुकाने के लिए कॉम्पेनसेशन सेस मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया था।
💰 क्यों हटाया जा सकता है सेस?
- मजबूत जीएसटी कलेक्शन की वजह से सरकार अक्टूबर 2025 तक कर्ज चुका पाएगी।
- बचे हुए 2,000 से 3,000 करोड़ रुपए का सेस केंद्र और राज्यों में आधा-आधा बांटा जा सकता है।
- अगली बैठक में तय होगा कि सेस पूरी तरह हटा दिया जाए या जीएसटी स्लैब में समाहित किया जाए।
📉 टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव
- फिलहाल जीएसटी के 4 स्लैब हैं: 5%, 12%, 18% और 28%।
- प्रस्ताव: 12% और 28% स्लैब खत्म करके सिर्फ 5% और 18% रखना।
- लग्ज़री सामानों को 40% टैक्स श्रेणी में रखा जाएगा।
- मंत्रियों के समूह (GoM) ने 21 अगस्त को इस बदलाव को मंजूरी दी थी।
🎤 पीएम मोदी का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से कहा था कि इस दिवाली जनता को बड़ा तोहफा मिलेगा।
- “हम नेक्स्ट जेनरेशन GST रिफॉर्म्स लेकर आ रहे हैं। टैक्स कम होंगे और रोज़मर्रा की चीज़ें सस्ती होंगी।”
📦 कौन से सामान होंगे सस्ते?
12% से 5% टैक्स स्लैब में आने वाले
- सूखे मेवे, ब्रांडेड नमकीन
- टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल
- सामान्य एंटीबायोटिक्स, पेनकिलर दवाएं
- प्रोसेस्ड फूड, स्नैक्स, फ्रोजन सब्ज़ियां
- कुछ मोबाइल और कंप्यूटर
- प्रेशर कुकर, गीजर, सिलाई मशीन
- रेडीमेड कपड़े (1000 रु. से ऊपर), जूते (500-1000 रु.)
- बर्तन, साइकिल, वैक्सीन, HIV/TB डायग्नोस्टिक किट
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहन, कृषि मशीनरी, सोलर वॉटर हीटर
28% से 18% टैक्स स्लैब में आने वाले
- सीमेंट, ब्यूटी प्रोडक्ट्स
- चॉकलेट, रेडी-मिक्स कंक्रीट
- टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एसी, डिशवॉशर
- निजी विमान, प्रोटीन कॉन्सेंट्रेट
- चीनी सिरप, कॉफी कॉन्सेंट्रेट
- प्लास्टिक प्रोडक्ट्स, रबर टायर
- एल्युमिनियम फॉयल, टेम्पर्ड ग्लास
- प्रिंटर, रेज़र, डेंटल फ्लॉस
🔑 Summary Points
- 3-4 सितंबर को GST काउंसिल की बैठक होगी।
- कॉम्पेनसेशन सेस हटाने पर फैसला संभव।
- 12% और 28% टैक्स स्लैब खत्म करने का प्रस्ताव।
- रोजमर्रा की चीज़ें और इलेक्ट्रॉनिक्स सस्ते होंगे।
- पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर रिफॉर्म्स का ऐलान किया था।
📌 निष्कर्ष
अगर GST काउंसिल कॉम्पेनसेशन सेस हटाने और टैक्स स्लैब कम करने का फैसला करती है, तो यह आम जनता के लिए बड़ा तोहफा होगा। इससे न केवल रोजमर्रा की चीज़ें सस्ती होंगी, बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
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❓ FAQs
Q1. कॉम्पेनसेशन सेस कब से लागू हुआ था?
👉 2017 में जीएसटी लागू होने पर।
Q2. इसे हटाने पर विचार क्यों हो रहा है?
👉 सरकार अक्टूबर 2025 तक कोरोना काल का कर्ज चुका देगी, इसलिए सेस की जरूरत कम हो जाएगी।
Q3. कौन से टैक्स स्लैब खत्म हो सकते हैं?
👉 12% और 28% स्लैब हटाकर सिर्फ 5% और 18% रहेंगे।
Q4. किन सामानों पर सीधा असर पड़ेगा?
👉 खाद्य पदार्थ, दवाएं, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, सीमेंट, चॉकलेट, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और घरेलू उपकरण।