Mirabai Chanu wins gold – इस हेडलाइन ने एक बार फिर भारतीय खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया है। सोमवार को अहमदाबाद में आयोजित कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने धमाकेदार वापसी की। उन्होंने महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में 193 किग्रा (84 स्नैच + 109 क्लीन एंड जर्क) वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया और 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स (ग्लासगो) के लिए क्वालिफाई कर लिया।
चोट के बाद वापसी और नई शुरुआत
पेरिस ओलंपिक 2024 में निराशा और चोट के कारण लंबा ब्रेक लेने वाली चानू के लिए यह जीत खास मायने रखती है। उन्होंने एक साल बाद जबरदस्त वापसी की और दिखा दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।
कैसे जीता मीराबाई ने गोल्ड?
- स्नैच राउंड: पहले प्रयास में 84 किग्रा उठाते समय घुटने में दर्द से वह थोड़ी लड़खड़ाईं, लेकिन अगले प्रयास में सफल रहीं। तीसरे प्रयास में 87 किग्रा उठाने की कोशिश की, लेकिन चूक गईं।
- क्लीन एंड जर्क: पहले 105 किग्रा और फिर 109 किग्रा सफलतापूर्वक उठाया। अंतिम प्रयास में 113 किग्रा उठाने से चूकने के बावजूद उनका कुल स्कोर (193 किग्रा) गोल्ड जीतने के लिए पर्याप्त था।
IWF के बदलाव और नई कैटेगरी में मुकाबला
अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWF) द्वारा 49 किग्रा वर्ग हटाने के बाद मीराबाई अब 48 किग्रा कैटेगरी में खेल रही हैं। यह वही कैटेगरी है जिसमें उन्होंने अपने करियर के शुरुआती बड़े खिताब जीते थे। इस बार भी उन्होंने उसी वर्ग में लौटकर शानदार प्रदर्शन किया।
अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन
- सुनील दलवी ने 177 किग्रा उठाकर रजत पदक जीता।
- नाइजीरिया की रूथ असूक्वो न्यॉन्ग ने 167 किग्रा के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
- पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग में ऋषिकांत सिंह ने 271 किग्रा उठाकर भारत को दूसरा स्वर्ण दिलाया।
- सौम्या दलवी ने जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का परचम ऊंचा किया।
मीराबाई चानू की प्रतिक्रिया
अपनी जीत पर भावुक चानू ने कहा:
“यह जीत मेरी मेहनत, कोच की गाइडेंस और देशवासियों के समर्थन का नतीजा है। अहमदाबाद की भीड़ ने मुझे जो ऊर्जा दी, वह अविस्मरणीय है। अब मेरा ध्यान आगामी वर्ल्ड चैंपियनशिप (अक्टूबर 2025) और कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 की तैयारी पर रहेगा।”
पेरिस से अब तक का सफर
- 2020 टोक्यो ओलंपिक – रजत पदक (49 किग्रा वर्ग)
- 2024 पेरिस ओलंपिक – चौथा स्थान (199 किग्रा कुल भार)
- 2025 अहमदाबाद – गोल्ड (193 किग्रा, 48 किग्रा वर्ग)
यह जीत न सिर्फ उनकी वापसी का प्रतीक है बल्कि भारत के लिए खेलों में एक नई उम्मीद भी जगाती है।
Summary – Highlights
- मीराबाई चानू ने 193 किग्रा उठाकर गोल्ड जीता।
- 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स (ग्लासगो) के लिए क्वालिफाई किया।
- स्नैच – 84 किग्रा, क्लीन एंड जर्क – 109 किग्रा।
- भारत के ऋषिकांत सिंह और सौम्या दलवी ने भी स्वर्ण जीता।
- IWF के बदलाव के बाद 48 किग्रा कैटेगरी में शानदार वापसी।
निष्कर्ष
Mirabai Chanu wins gold केवल एक हेडलाइन नहीं, बल्कि भारत की खेल आत्मा की झलक है। अहमदाबाद में मिली यह जीत चानू की अदम्य जिजीविषा का प्रतीक है। अब उनकी नजरें वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स पर होंगी, जहां उनसे एक बार फिर पदक की उम्मीदें हैं।
FAQs
Q1. मीराबाई चानू ने कितने किग्रा वजन उठाकर गोल्ड जीता?
उन्होंने 193 किग्रा (84 स्नैच + 109 क्लीन एंड जर्क) उठाकर स्वर्ण पदक जीता।
Q2. यह चैंपियनशिप कहां आयोजित हुई थी?
अहमदाबाद, भारत में।
Q3. इस जीत से उन्हें क्या लाभ मिला?
वह 2026 कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालिफाई कर गई हैं।
Q4. अन्य भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन कैसा रहा?
ऋषिकांत सिंह और सौम्या दलवी ने भी स्वर्ण पदक जीते।
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मीराबाई की इस ऐतिहासिक जीत ने भारत का मान बढ़ाया है। क्या आप मानते हैं कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी वे स्वर्ण लाकर इतिहास रचेंगी? अपनी राय कमेंट में बताएं।
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