पीएम मोदी का मणिपुर दौरा : शांति प्रयासों को मिलेगा बल, इंफाल और चुराचांदपुर में करेंगे विकास योजनाओं का शिलान्यास | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर के दौरे पर रहेंगे। यह दौरा खास इसलिए है क्योंकि मई 2023 में भड़की नस्लीय हिंसा के बाद यह उनका पहला मणिपुर दौरा होगा। प्रधानमंत्री इंफाल (मैतेयी बहुल क्षेत्र) और चुराचांदपुर (कुकी बहुल क्षेत्र) में हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरे से राज्य में स्थायी शांति और विश्वास बहाली की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर दौरे पर रहेंगे। मई 2023 की हिंसा के बाद यह उनका पहला दौरा है। इस दौरान वे इंफाल और चुराचांदपुर में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि यह पीएम मोदी मणिपुर दौरा राज्य में शांति और स्थिरता की नई राह खोलेगा।
पीएम मोदी मणिपुर दौरा क्यों खास है?
- हिंसा के बाद यह पहला दौरा।
- इंफाल और चुराचांदपुर दोनों समुदायों के बीच विश्वास बहाली का संदेश।
- हजारों करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास।
पीएम मोदी मणिपुर दौरे की 10 बड़ी बातें
- मई 2023 में हुई हिंसा के बाद पहली यात्रा।
- विपक्ष लगातार मणिपुर न जाने को लेकर हमलावर था।
- मिजोरम से शुरू होगा दौरा, 9,000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ।
- चुराचांदपुर में 1988 के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री पहुंचेगा।
- इंफाल में 1200 करोड़ से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन।
इंफाल में पीएम मोदी मणिपुर दौरा
- 101 करोड़ का पुलिस मुख्यालय।
- 538 करोड़ का नया सिविल सचिवालय।
- 3,647 करोड़ की जल निकासी प्रणाली।
- 550 करोड़ की मणिपुर इन्फोटेक विकास (MIND) परियोजना।
चुराचांदपुर में पीएम मोदी मणिपुर दौरा
- कुकी बहुल क्षेत्र का दौरा।
- हिंसा से सबसे प्रभावित इलाका।
- विकास परियोजनाओं से विश्वास बहाली का प्रयास।
पीएम मोदी का संदेश
👉 “बीते 11 वर्षों में नॉर्थ ईस्ट में अनेक विवाद समाप्त हुए हैं। लोग शांति और विकास की राह चुन रहे हैं।”
मणिपुर दौरे का महत्व
- राजनीतिक संदेश: दोनों समुदायों को साथ लाने की कोशिश।
- विकास का भरोसा: सड़क, रेल और IT प्रोजेक्ट से रोजगार व निवेश।
- शांति की पहल: लंबे समय से झेल रही हिंसा को खत्म करने की उम्मीद।
पीएम मोदी मणिपुर दौरे की बड़ी बातें
- हिंसा के बाद पहला दौरा
- मई 2023 में शुरू हुई नस्लीय हिंसा में अब तक 260 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हुए।
- विपक्ष लगातार पीएम मोदी पर मणिपुर न जाने को लेकर सवाल उठा रहा था।
- मिजोरम से मणिपुर तक यात्रा
- पीएम मोदी का यह कार्यक्रम मिजोरम की राजधानी आइजोल से शुरू होगा।
- वहां वे 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।
- आइजोल में लॉन्च हुईं परियोजनाएं
- बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन।
- 45 किमी लंबा आइजोल बाईपास रोड।
- थेनजोल-सियालसुक और खानकावन-रोंगुरा सड़कें।
- मुआलखांग में LPG बॉटलिंग प्लांट।
- लॉन्गतलाई-सियाहा रोड पर छिमटुईपुई नदी पुल।
- खेलो इंडिया मल्टीपर्पज इंडोर हॉल।
- नई रेल सेवाएं: आइजोल से दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता।
- चुराचांदपुर का ऐतिहासिक दौरा
- मणिपुर के कुकी बहुल चुराचांदपुर में पीएम मोदी का दौरा बेहद खास है।
- यहां 1988 में राजीव गांधी के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री पहुंच रहा है।
- यह वही इलाका है जो 2023 की हिंसा में सबसे अधिक प्रभावित हुआ था।
- इंफाल में विकास योजनाएं
- पीएम मोदी इंफाल में 1200 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
- प्रमुख परियोजनाएं:
- 101 करोड़ रुपये का नया मणिपुर पुलिस मुख्यालय।
- 538 करोड़ रुपये का नया सिविल सचिवालय।
- 3,647 करोड़ रुपये की जल निकासी व परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार प्रणाली।
- 550 करोड़ रुपये की मणिपुर इन्फोटेक विकास (MIND) परियोजना।
- वे एक बड़ी जनसभा को संबोधित भी करेंगे।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को अपने पोस्ट में लिखा:
👉 “मैं 13 सितंबर को चुराचांदपुर और इंफाल में कार्यक्रमों में भाग लूंगा। हम मणिपुर के समावेशी और सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सड़क, राजमार्ग, महिला छात्रावास और अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी।”
अपने संबोधन में उन्होंने कहा:
👉 “बीते 11 वर्षों में नॉर्थ ईस्ट में दशकों से चल रहे अनेक विवाद और संघर्ष समाप्त हुए हैं। लोग शांति और विकास की राह पर आए हैं। 2014 के बाद से मणिपुर की कनेक्टिविटी के लिए रेल और रोड बजट को कई गुना बढ़ाया गया है।”
क्यों खास है पीएम मोदी का मणिपुर दौरा?
- राजनीतिक संदेश: हिंसा से प्रभावित दोनों समुदायों (मैतेयी और कुकी) को विश्वास में लेना।
- विकास का भरोसा: इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी से रोजगार और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे।
- शांति की पहल: लगातार हिंसा और तनाव झेल रहे राज्य में केंद्र सरकार की गंभीरता दिखाना।
- अंतरराष्ट्रीय संदेश: मणिपुर भारत का रणनीतिक राज्य है, जो म्यांमार और दक्षिण-पूर्व एशिया से जुड़ा है।
मणिपुर की पृष्ठभूमि: हिंसा और चुनौतियां
- 3 मई 2023 को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग पर आदिवासी एकजुटता मार्च निकला।
- इसके बाद मैतेयी और कुकी समुदायों में हिंसक झड़पें शुरू हो गईं।
- 260 से अधिक मौतें और हजारों लोग बेघर हुए।
- राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।
नॉर्थ-ईस्ट नीति में मणिपुर की अहम भूमिका
मणिपुर भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का गेटवे है। यहां सड़क, रेलवे और IT प्रोजेक्ट न सिर्फ राज्य, बल्कि पूरे नॉर्थ-ईस्ट को जोड़ेंगे। पीएम मोदी की इस यात्रा से केंद्र सरकार का संदेश साफ है कि मणिपुर शांति और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगा।
निष्कर्ष
पीएम मोदी मणिपुर दौरा केवल एक राजनीतिक कदम नहीं है, बल्कि यह शांति, स्थिरता और विकास की दिशा में एक बड़ा संदेश है। इंफाल और चुराचांदपुर में विकास परियोजनाओं के शिलान्यास से जहां बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, वहीं लंबे समय से हिंसा झेल रहे लोगों को विश्वास मिलेगा कि भारत सरकार उनके साथ है।
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