बैठक का महत्व और राजनीतिक पृष्ठभूमि
24 मई 2025 को दिल्ली में राहुल गांधी ने देशभर के OBC नेताओं के साथ एक अहम बैठक की, जिसका मुख्य एजेंडा था जातिगत जनगणना। कांग्रेस इस मुद्दे को केंद्र में लाकर एक व्यापक सामाजिक न्याय अभियान शुरू करना चाहती है। Rahul Gandhi Meeting in Delhi : OBC नेताओं के साथ जातिगत जनगणना पर चर्चा.
राहुल गांधी ने कहा – “जब तक जाति की गिनती नहीं होगी, तब तक न्याय अधूरा रहेगा।”
इस वाक्य से यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस इस मुद्दे को न केवल उठाना चाहती है बल्कि 2024 और आगे के चुनावों में इसे केंद्रीय मुद्दा भी बनाएगी।
जातिगत जनगणना का मूल विषय क्या है?
जातिगत जनगणना का तात्पर्य है – प्रत्येक जाति के व्यक्तियों की संख्या को राष्ट्रीय जनगणना के तहत दर्ज करना।
मुख्य उद्देश्य हैं:
- सामाजिक संसाधनों का न्यायपूर्ण वितरण
- नीतिगत योजनाओं का प्रभावी निर्माण
- वंचित वर्गों को उनकी वास्तविक भागीदारी सुनिश्चित करना
आज भी पिछड़े वर्गों की वास्तविक संख्या और उनके सामाजिक-आर्थिक हालात का सही आंकलन नहीं हो पाया है, जो नीति-निर्माण की सबसे बड़ी बाधा बनती जा रही है।
बैठक के प्रमुख चेहरे और मांगें
इस बैठक में शामिल हुए कुछ प्रमुख नाम:
- मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष)
- तेजस्वी यादव (राजद)
- डॉ. उदित राज
- सतीश चंद्र मिश्र
इन नेताओं की मांगें थीं:
- जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक किया जाए
- OBC के लिए विशेष विकास योजनाएं बनाई जाएं
- सरकारी नौकरियों में OBC का हिस्सा बढ़ाया जाए
राहुल गांधी का दृष्टिकोण
राहुल गांधी ने जोर दिया कि – “हम केवल सामाजिक न्याय की बात नहीं करेंगे, हम उसे अमल में भी लाएंगे।”
उनके अनुसार जातिगत जनगणना की मांग न सिर्फ OBC बल्कि सभी वंचित वर्गों के अधिकारों की नींव है।
FAQs
OBC नेताओं की यह बैठक कहाँ हुई?
दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में।
क्या यह बैठक सार्वजनिक थी?
नहीं, यह एक बंद-द्वार (closed-door) बैठक थी, लेकिन बाद में प्रेस को जानकारी दी गई।
जातिगत जनगणना की मांग कब से चल रही है?
मंडल आयोग के बाद से इस मांग ने कई बार जोर पकड़ा है, लेकिन अब इसे फिर से सक्रिय किया जा रहा है।
क्या यह मुद्दा कांग्रेस के घोषणापत्र में होगा?
राहुल गांधी ने संकेत दिए हैं कि यह प्रमुख मुद्दा होगा।
इससे किसे सबसे ज्यादा लाभ होगा?
OBC और अन्य वंचित वर्गों को।
क्या यह मुद्दा संसद में उठाया जाएगा?
हां, राहुल गांधी ने यह स्पष्ट किया है कि अगला सत्र इसी मुद्दे पर केंद्रित रहेगा।
Conclusion
Rahul Gandhi Meeting in Delhi जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राजनीतिक हलचल का संकेत है। जहां एक ओर कांग्रेस इसको लेकर एक्टिव हो गई है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष की पार्टियां अब रणनीति बदल रही हैं। Rahul Gandhi Meeting in Delhi : OBC नेताओं के साथ जातिगत जनगणना पर चर्चा.
आने वाले चुनावों में यह मुद्दा सामाजिक न्याय के संदर्भ में निर्णायक साबित हो सकता है।