हां, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2025 की अपनी नई व्यापार नीति के तहत स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य स्थानीय अमेरिकी उद्योगों को बढ़ावा देना और “America First” नीति को मजबूत करना है। डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ तड़का | क्या अमेरिका खुद ही भुगतेगा असर?.
क्या यह भारत की नीतियों या जवाबी कदमों के डर से लिया गया फैसला है?
सीधा उत्तर: आंशिक रूप से हां।
- भारत ने हाल के वर्षों में “मेक इन इंडिया” और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों के जरिए अपने घरेलू उत्पादों को बढ़ावा दिया है।
- भारत ने भी कुछ अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी टैरिफ लगाए हैं, खासकर कृषि और दवाओं पर।
इससे अमेरिका पर राजनीतिक और आर्थिक दबाव बना, और ट्रंप की यह नीति प्रतिस्पर्धा को संतुलित करने का प्रयास हो सकती है।
क्या यह टैरिफ वॉर अमेरिका को ही ज्यादा नुकसान पहुंचाएगा?
✅ हां, और इसके कई कारण हैं:
1. अमेरिकी उपभोक्ताओं पर असर
50% टैरिफ का मतलब है कि स्टील और एल्युमिनियम से बनने वाले उत्पाद अब अमेरिका में महंगे होंगे:
- ऑटोमोबाइल्स
- कंस्ट्रक्शन मटेरियल
- होम अप्लायंसेज
2. भारत और अन्य देशों की जवाबी कार्रवाई
भारत, चीन और यूरोपीय यूनियन जैसे देश अब अमेरिकी वस्तुओं पर भी टैरिफ लगा सकते हैं, जिससे अमेरिकी एक्सपोर्ट प्रभावित होगा।
3. अमेरिकी कंपनियों की लागत बढ़ेगी
अमेरिका की बहुत सी कंपनियाँ सस्ते आयातित कच्चे माल पर निर्भर हैं। अब उन्हें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी, जिससे उनकी प्रोडक्शन लागत बढ़ेगी और प्रॉफिट घटेगा। डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ तड़का | क्या अमेरिका खुद ही भुगतेगा असर?.
क्या भारत की कंपनियों पर इसका असर पड़ेगा?
हां, कुछ हद तक।
प्रभावित क्षेत्र:
- स्टील उत्पादक कंपनियां (जैसे टाटा स्टील, JSW Steel)
- एल्युमिनियम एक्सपोर्टर्स (जैसे वेदांता, हिंदाल्को)
लेकिन भारत ने वैकल्पिक रणनीतियाँ भी तैयार की हैं:
- नए बाजारों की तलाश (जैसे अफ्रीका, मध्य एशिया)
- घरेलू उत्पादन को सस्ता और कुशल बनाना
- द्विपक्षीय व्यापार समझौते
निष्कर्ष: क्या यह टैरिफ वॉर अमेरिका पर ही भारी पड़ेगा?
संभावना है कि हां।
“जब आप व्यापार पर टैक्स लगाते हैं, तो उसका भार अंततः आम जनता और उद्योगों पर ही आता है।”
और अगर भारत जैसे देश जवाबी कार्रवाई करते हैं, तो अमेरिका की अर्थव्यवस्था और छवि दोनों पर प्रभाव पड़ सकता है।डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ तड़का | क्या अमेरिका खुद ही भुगतेगा असर?